हरियाणा सरकार 25 नवंबर 2025 को श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में कुरुक्षेत्र में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इस आयोजन का मकसद गुरु साहिब की शिक्षाओं, उनके बलिदान और धर्म की रक्षा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में एक उच्चस्तरीय बैठक में तैयारियों की समीक्षा की और सभी विभागों को साफ निर्देश दिए कि यह आयोजन ऐतिहासिक और यादगार होना चाहिए।
क्या-क्या होगा खास?
- दो बड़ी कमेटियां बनीं – एक राज्य स्तरीय स्टियरिंग कमेटी और एक एक्जीक्यूटिव कमेटी बनाई गई है, जो पूरे आयोजन की रूपरेखा तैयार करने से लेकर उसके क्रियान्वयन तक जिम्मेदारी निभाएंगी।
- शोभायात्राओं की शुरुआत – अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से हरियाणा के चार अलग-अलग हिस्सों से धार्मिक शोभायात्राएं निकाली जाएंगी। ये शोभायात्राएं गांव-गांव, शहर-शहर पहुंचकर गुरु साहिब के संदेश को लोगों तक पहुंचाएंगी और 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में आकर मिलेंगी।
- सिर्फ एक दिन का इवेंट नहीं होगा – सरकार ने योजना बनाई है कि इस मौके पर कम से कम पांच बड़े प्रोग्राम होंगे, जैसे – वृक्षारोपण अभियान, मैराथन रन, कल्चरल इवेंट्स और पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन।
- प्रचार पर जोर – इस इवेंट के लिए एक खास लोगो डिजाइन किया जाएगा। इसके अलावा, एक डेडिकेटेड सोशल मीडिया पेज भी बनाया जाएगा, ताकि इस कार्यक्रम का मैसेज हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश और दुनिया तक पहुंच सके।
गुरु तेग बहादुर जी की शहादत का संदेश
श्री गुरु तेग बहादुर जी ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवता की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान की। हरियाणा सरकार चाहती है कि इस आयोजन के जरिए नई पीढ़ी को यह संदेश मिले कि धर्म और मानवता की रक्षा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। गुरबानी की ऐतिहासिक विरासत को जीवंत बनाने पर भी खास ध्यान दिया जाएगा।
क्यों खास है कुरुक्षेत्र?
कुरुक्षेत्र का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत पुराना है। यही कारण है कि इस आयोजन का केंद्र यही शहर होगा। शोभायात्राओं का समापन यहीं होगा और सभी बड़े प्रोग्राम यहीं आयोजित किए जाएंगे।
सीएम नायब सिंह सैनी का संदेश
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा –
“यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और आध्यात्मिक यात्रा है। गुरु साहिब की शिक्षाओं को हर घर तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। सभी विभाग मिलकर इसे सफल बनाएं।”
कुल मिलाकर, 25 नवंबर को होने वाला यह आयोजन हरियाणा ही नहीं, पूरे देश के लिए एक बड़ा और यादगार मौका होगा। शोभायात्राओं से लेकर सोशल मीडिया कैंपेन तक, हर स्तर पर पूरी तैयारी की जा रही है ताकि गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान और उनकी अमर शिक्षाओं का संदेश दूर-दूर तक फैले।