हिमाचल प्रदेश एक बार फिर भारी बारिश की मार झेल रहा है। शुक्रवार को कुल्लू जिले की मलाणा घाटी में मूसलधार बारिश के बाद फ्लैश फ्लड (अचानक आई बाढ़) से हालात बिगड़ गए। बारिश इतनी तेज़ हुई कि मलाणा-1 हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का कॉफर डैम आंशिक रूप से टूट गया। डैम टूटते ही तेज़ बहाव में एक हाइड्रा मशीन, डंपर, रॉक ब्रेकर, कैंपर और कार बह गईं। राहत की बात ये है कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।
मलाणा घाटी का संपर्क टूटा
तेज़ बारिश और फ्लैश फ्लड से मलाणा गांव का मुख्य रास्ता टूट गया। गांव को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल बह गया, जिससे ग्रामीणों की आवाजाही रुक गई है। लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि जल्द से जल्द वैकल्पिक पुल या अस्थायी व्यवस्था की जाए, ताकि गांव का संपर्क फिर से बहाल हो सके।
हाईवे और सड़कें भी बंद
- चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी के पास पंडोह डैम से आगे और बगलामुखी रोपवे के पास भूस्खलन (landslide) हुआ। पहाड़ों से बड़ी चट्टानें और मलबा गिरने से सड़क पूरी तरह बंद हो गई।
- मनाली-लेह हाईवे और चंबा-मनाली मार्ग के कई हिस्सों पर भी भूस्खलन और पानी का असर दिखा, जिससे ट्रैफिक रोकना पड़ा।
- प्रशासन और NHAI की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और मलबा हटाने का काम जारी है। लेकिन फिलहाल, इन रास्तों पर ट्रैफिक रोक दिया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
- हिमाचल मौसम विभाग ने 2 से 5 अगस्त तक येलो अलर्ट जारी किया है।
- 6–7 अगस्त को भी बारिश जारी रहने की संभावना है।
- कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन जैसे जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
भूस्खलन और बाढ़ का असर
- पार्वती घाटी में कई अस्थायी पुल बह गए हैं।
- कुछ जगहों पर सड़क का हिस्सा टूटकर बह गया है।
- पार्वती नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है।
- बिजली की 314 ट्रांसफॉर्मर यूनिट्स और 221 पानी की योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
- अब तक हिमाचल में मॉनसून से जुड़े हादसों में 176 लोगों की मौत हो चुकी है (सिर्फ कुल्लू में 18 मौतें)।
प्रशासन की अपील
जिला आपदा प्रबंधन (DDMA) ने लोगों से अपील की है कि:
- नदी-नालों से दूर रहें।
- अनावश्यक यात्रा न करें।
- प्रशासन की सलाह को गंभीरता से लें।
NDRF, SDRF, पुलिस और होम गार्ड की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं और गांवों में खाने-पीने की चीजें पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
संक्षेप में:
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। मलाणा घाटी में डैम टूटने, पुल बहने और वाहनों के बह जाने से दहशत फैल गई है। कई हाईवे और सड़कें बंद हैं। प्रशासन राहत कार्य कर रहा है, लेकिन अगले कुछ दिनों तक खतरा टला नहीं है।