भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को पाकिस्तान ने Punjab के कई शहरों पर ड्रोन मिसाइल हमले किए। इनमें से कई हमलों को भारतीय रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया, लेकिन फिरोजपुर में स्थिति गंभीर रही। यहां ड्रोन से किए गए 25 विस्फोटों ने दहशत फैला दी।
फिरोजपुर के खाई फेमीकी गांव में एक घर पर एक के बाद एक दो ड्रोन हमले हुए, जिससे घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सौभाग्य से परिवार के सदस्य उस समय बाहर थे, जिससे बड़ी जनहानि टल गई, हालांकि तीन लोग—लखविंदर सिंह, सुखविंदर कौर और मोनू—गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले के दौरान घर में आग लग गई और बाहर खड़ी कार भी जलकर खाक हो गई।
सूत्रों के अनुसार, हमले के वक्त घर की लाइटें जल रही थीं, जिससे यह निशाने पर आ गया। घायलों को स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेना ने तीन पाकिस्तानी मिसाइलों को नष्ट करने की भी पुष्टि की है।
फिरोजपुर के एसएसपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि ड्रोन के दुर्घटनाग्रस्त होने से तीन लोग घायल हो गए। वह अस्पताल में भर्ती है। उन्होंने घायलों का हालचाल पूछा। सेना ने कई पाकिस्तानी ड्रोन नष्ट कर दिए हैं। ड्रोन हमले के दौरान इलाके में लाइटें जल रही थीं, जिसके बारे में एसएसपी ने बताया कि विस्फोट के तुरंत बाद इलाका अंधेरे में डूब गया था।
करतारपुर कॉरिडोर के पास और होशियारपुर में सेना शिविर के पास भी विस्फोट हुए। गुरदासपुर पर भी ड्रोन मिसाइल से हमला किया गया। पठानकोट एयरबेस के पास पूरी रात सायरन बजता रहा। इसके अलावा फाजिल्का में भी विस्फोट की खबरें हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इसके अलावा पठानकोट के सीमावर्ती इलाके में भी सायरन बज रहे हैं। पठानकोट में भी जोरदार धमाके सुने जा रहे हैं और पूरे जिले में ब्लैकआउट है। रात 9 बजे के बाद अमृतसर में भी ड्रोन हमला हुआ। हवाई अड्डे के पास ड्रोन हमला हुआ है। हालाँकि, वायु रक्षा प्रणाली ने हवा में ड्रोन हमलों को रोक दिया है। अमृतसर के बाद गुरदासपुर और होशियारपुर में भी ड्रोन हमले हुए हैं।
ड्रोन हमलों के खतरे को देखते हुए फिरोजपुर और पठानकोट के अलावा जलालाबाद, होशियारपुर, गुरदासपुर, बटाला, फरीदकोट में ब्लैकआउट है। फिलहाल जालंधर, तरनतारन और लुधियाना में स्थिति सामान्य है। वहीं, फरीदकोट में प्रशासन के निर्देश पर बाजार रात आठ बजे बंद कर दिए गए और स्ट्रीट लाइटें आदि बंद होने से चारों तरफ अंधेरा छा गया। फरीदकोट में भी रात साढ़े नौ बजे के बाद बिजली गुल हो गई।