पंजाब के बठिंडा में 23 जुलाई को एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक कार सिरहिंद नहर (Sirhind Canal) में गिर गई। कार में बैठे सभी 11 लोग डूबने लगे, लेकिन मौके पर मौजूद PCR टीम के चार पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना उन्हें बचा लिया।
उनकी इस बहादुरी को सलाम करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चारों पुलिसकर्मियों को ‘सीएम रक्षक पदक’ (CM Rakshak Padak) देने की घोषणा की है। यह सम्मान उन्हें आने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह (15 अगस्त) पर दिया जाएगा।
कैसे हुआ हादसा?
23 जुलाई को बठिंडा के पास एक कार सिरहिंद नहर में जा गिरी।
- कार में कुल 11 लोग सवार थे।
- कार गिरते ही पानी अंदर भरने लगा और सभी लोगों की जान खतरे में पड़ गई।
- मौके पर मौजूद PCR टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
कौन हैं ये बहादुर पुलिसकर्मी?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चार पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया –
- एएसआई (ASI) राजिंदर सिंह
- एएसआई (ASI) नरिंदर सिंह
- कॉन्स्टेबल जसवंत सिंह
- कॉन्स्टेबल हरपाल कौर
इन चारों ने न केवल कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला, बल्कि कई जानें जाने से बच गईं।
सीएम ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चारों पुलिसकर्मियों को अपने चंडीगढ़ स्थित आवास पर बुलाकर सम्मानित किया।
- उन्होंने कहा, “इन पुलिसकर्मियों ने पंजाब पुलिस की बहादुरी और सेवा भावना की परंपरा को कायम रखा है।”
- मान ने यह भी कहा कि उनका यह कदम आने वाले समय में पूरी पुलिस फोर्स के लिए प्रेरणा बनेगा।
- सीएम ने ऐलान किया कि इन्हें राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह (I-Day) पर ‘सीएम रक्षक पदक’ दिया जाएगा।
क्या है ‘सीएम रक्षक पदक’?
- यह पंजाब सरकार का एक विशेष सम्मान है।
- इसे उन पुलिसकर्मियों को दिया जाता है, जिन्होंने जनसेवा और बहादुरी में असाधारण योगदान दिया हो।
- यह सिर्फ पुरस्कार नहीं बल्कि बहादुरी की पहचान और प्रेरणा है।
बठिंडा में हुई इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पंजाब पुलिस जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए हमेशा तैयार रहती है।
इन चार पुलिसकर्मियों की बहादुरी से 11 जिंदगियां बचीं, और अब ‘सीएम रक्षक पदक’ उनके इस जज्बे की पहचान बनेगा।