पंजाब में नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब तेज़ होती नज़र आ रही है। राज्य के विजिलेंस विभाग ने शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को अमृतसर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई 500 करोड़ रुपये के कथित ड्रग मनी घोटाले की जांच के तहत की गई है।
विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के घर पर छापा मारते हुए वहां से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। माना जा रहा है कि ये सबूत ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े कई रहस्यों से पर्दा उठा सकते हैं।
सरकार का सख्त रुख, जारी रहेगी लड़ाई: मंत्री कुलदीप धालीवाल
पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने चंडीगढ़ स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “जब तक पंजाब पूरी तरह नशा मुक्त नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”
धालीवाल ने मजीठिया की गिरफ्तारी को “नशे के खिलाफ सरकार की बड़ी जीत” बताया और कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब को नशामुक्त बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
विपक्ष पर गंभीर आरोप
धालीवाल ने पूर्ववर्ती सरकारों, खासकर अकाली-भाजपा गठबंधन (2007-2017) और कांग्रेस सरकार पर नशे को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि:
- “पिछली सरकारों ने जानबूझकर ड्रग माफिया पर कार्रवाई नहीं की।”
- “कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो गुटका साहिब पर हाथ रखकर ड्रग्स खत्म करने की कसम खाई थी, लेकिन बाद में मजीठिया के साथ मिलकर सरकार चलाई।”
- “ये ‘चाचा-भतीजा’ की जोड़ी ने पंजाब को बर्बादी की राह पर धकेल दिया।”
जनता को मिली उम्मीद
मंत्री धालीवाल ने कहा कि इस कार्रवाई से उन हजारों पीड़ित परिवारों को उम्मीद मिली है, जिन्होंने अपने बच्चों को नशे की वजह से खोया है। उन्होंने भावुक होकर कहा,
“आज उन माओं को पहली बार लग रहा होगा कि उन्हें इंसाफ मिलेगा।”
हाई-प्रोफाइल लोगों पर भी कार्रवाई
उन्होंने यह भी साफ किया कि अब ड्रग्स के नेटवर्क में शामिल बड़े नामों को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार का ‘युद्ध नशायां विरुद्ध‘ (War Against Drugs) अभियान पूरे जोश के साथ जारी है। इस अभियान में अब तक:
- हजारों ड्रग तस्कर जेल भेजे गए,
- उनकी संपत्तियां जब्त की गईं,
- और कई अवैध इमारतों को गिराया गया।
विपक्ष की बौखलाहट
मंत्री धालीवाल ने कहा कि कुछ विपक्षी नेता अब मजीठिया का बचाव कर रहे हैं, जो यह साबित करता है कि उनका ड्रग माफिया के साथ सीधा गठजोड़ है। उन्होंने पूछा,
“जब पंजाब का नौजवान बर्बाद हो रहा था, तब ये नेता कहां थे?”
मुख्यमंत्री को सराहा
अंत में धालीवाल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी लीडरशिप में सरकार ने साहसिक फैसले लिए हैं, और ड्रग्स के खिलाफ ये मुहिम अब थमने वाली नहीं है।