पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही जंग में एक बड़ा मोड़ आया है। अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “आज नशे से पीड़ित हजारों परिवारों के लिए न्याय की उम्मीद जगी है।”
कटारूचक ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब को नशामुक्त बनाने के अपने वादे पर पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “‘युद्ध नशे विरुद्ध‘ अभियान सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है। हम नशा बेचने और फैलाने वाले किसी भी शख्स को, चाहे वह कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो, बख्शेंगे नहीं।”
मजीठिया की गिरफ्तारी को बताया ऐतिहासिक
चंडीगढ़ में आप प्रवक्ताओं नील गर्ग और रंजीत पाल सिंह के साथ प्रेस कांफ्रेंस में कटारूचक ने कहा,
“मजीठिया की गिरफ्तारी ये साबित करती है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। यह दिन इतिहास में दर्ज होगा कि जहां एक तरफ पिछली सरकारों ने पंजाब को चिट्टे की गिरफ्त में धकेला, वहीं आज की सरकार उसे खत्म करने में जुटी है।”
2007 से पहले नहीं था ‘चिट्टा‘, अकाली-भाजपा पर गंभीर आरोप
कटारूचक ने कहा कि 2007 से पहले पंजाब में ‘चिट्टा‘ (एक तरह का सिंथेटिक ड्रग) का नाम तक नहीं सुना गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली-भाजपा सरकार के शासनकाल में ही यह जहर पंजाब में फैला और हजारों युवाओं की ज़िंदगियां बर्बाद हो गईं।
“यह नशा इतनी बड़ी मात्रा में इसलिए फैल सका क्योंकि नेताओं और तस्करों की मिलीभगत थी,” उन्होंने कहा।
उन्होंने दावा किया कि बिक्रम मजीठिया खुद इस नशा कारोबार के मुख्य सरगना रहे हैं। कटारूचक ने पूर्व डीएसपी जगदीश भोला का हवाला देते हुए कहा कि भोला ने भी बयान में कहा था कि नेताओं की शह से ही यह कारोबार फल-फूल रहा था।
“हमारा लक्ष्य साफ है – नशामुक्त पंजाब”
कटारूचक ने स्पष्ट किया कि “हम किसी भी हालत में नशा और अपराध से समझौता नहीं करेंगे। हमारा एक ही उद्देश्य है – पंजाब को नशामुक्त बनाना और फिर से खुशहाल राज्य बनाना।”
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार सिर्फ बयानबाज़ी नहीं करती, बल्कि ज़मीन पर काम करके दिखाती है। नशे के खिलाफ ये लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक आखिरी सप्लाई चैन भी खत्म नहीं हो जाती।
अपडेट:
- पंजाब पुलिस ने मजीठिया को एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत गिरफ्तार किया है।
- गिरफ्तारी के बाद मजीठिया को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
- इस मामले में और गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नशा नेटवर्क से जुड़े कई और नाम रडार पर हैं।
मजीठिया की गिरफ्तारी ने पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही लड़ाई को नया मोड़ दे दिया है। यह कार्रवाई बताती है कि आम आदमी पार्टी की सरकार इस गंभीर मुद्दे पर कितना सख्त रुख अपना रही है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस अभियान का क्या असर होता है और क्या सच में पंजाब नशामुक्त हो पाएगा।