सिख भाईचारे की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, पंजाब विधान सभा के स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा साहिब श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के लिए ‘वीर बाल दिवस’ शीर्षक को बदलने के लिए अभी तक कोई सार्थक फैसला नहीं लिया गया है। इसके बावजूद, भाजपा ने आज साहिब श्री गुरू गोबिंद सिंह जी और उनके चार साहिबजादों का कार्टून वाली एक पोस्ट साझा की, जिससे सिख भाईचारे की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है।
स्पीकर संधवां ने कहा कि सिख गुरुओं, साहिबजादों और सिख शहीदों का सम्मान सिख धर्म के नैतिक मूल्यों-कीमतों, परंपराओं और इतिहास से अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। इन महान शख्सियतों को किसी भी तरह के कार्टून, प्रतीकात्मक या अपमानजनक रूप में पेश करना निंदनीय और असहनीय है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सिख गुरुओं और शहीदों के सम्मान के लिए किए जा रहे प्रयास तभी सार्थक साबित हो सकते हैं यदि किसी भी तरह के धार्मिक फैसले जारी करने से पहले सिख बुद्धिजीवियों, इतिहासकारों और प्रमुख धार्मिक संस्थाओं से सलाह-मशवरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि सिख भाईचारा अपनी धार्मिक पहचान, इतिहास और शहादतों के प्रति बहुत संवेदनशील है और इसलिए अत्यंत आवश्यक है कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए संवेदनशीलता और धार्मिक भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए।

