पंजाब के वित्त मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। चीमा ने कहा कि दोनों पार्टियां आपसी सांठगांठ से पंजाब में ड्रग माफिया और गैंगस्टरों को बचाने का काम कर रही हैं और आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं।
24 घंटे में FIR, हज़ारों शिकायतें लंबित
चीमा ने बताया कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा द्वारा चंडीगढ़ पुलिस को की गई एक ऑनलाइन शिकायत के बाद, सिर्फ़ 24 घंटे के अंदर उनके और आप पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। उन्होंने सवाल उठाया कि जहां हज़ारों शिकायतें वर्षों से लंबित हैं, वहां इतनी जल्दी राजनीतिक एफआईआर कैसे दर्ज हो गई?
उन्होंने बताया कि अदालत में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा दाखिल हलफनामे के अनुसार, 15 मई 2024 तक कुल 7,067 शिकायतें लंबित थीं, जिनमें साइबर क्राइम, धोखाधड़ी और चोरी जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। ऐसे में इतनी तेज कार्रवाई सिर्फ राजनीतिक बदले की भावना को दर्शाती है।
ड्रग्स के खिलाफ जंग में नहीं डरेंगे
चीमा ने साफ कहा, “हम न तो डरते हैं, न ही दबाव में आने वाले हैं। हम सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे और नशे के खिलाफ हमारी जंग रुकने वाली नहीं है।” उन्होंने याद दिलाया कि 2017 में जब आप ने पहली बार चुनाव लड़ा था, उस समय पंजाब में ड्रग्स, बेरोजगारी और कृषि संकट सबसे बड़े मुद्दे थे। उस समय राहुल गांधी ने तक कहा था कि पंजाब के 70% युवा नशे की गिरफ्त में हैं।
चीमा ने कहा कि कांग्रेस ने 2017 में सत्ता में आने पर चार हफ्ते में नशा खत्म करने का वादा किया था और यहां तक कि उनके मुख्यमंत्री ने गुटका साहिब की कसम खाई थी। लेकिन पांच साल बीत गए, कुछ नहीं बदला। वहीं 2022 में जनता ने आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया और मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार बनाई, जिसने ड्रग्स के खिलाफ असली लड़ाई शुरू की।
‘युद्ध नशें विरुद्ध’ बना अभियान
चीमा ने बताया कि पिछले तीन महीनों में आप सरकार का नशे के खिलाफ चलाया गया अभियान एक जनआंदोलन में बदल चुका है — ‘युद्ध नशें विरुद्ध’। इस मुहिम के तहत अवैध संपत्तियों पर बुलडोज़र चला, नशा तस्करों को जेल भेजा गया और पुलिस थानों का निरीक्षण किया गया।
उन्होंने कहा, “मैं खुद इस अभियान के लिए बनी कैबिनेट उप-समिति का अध्यक्ष हूं। हमने पूरे पंजाब में पुलिस थानों का दौरा किया है और कार्रवाई तेज़ कर दी है। अब ड्रग्स के खिलाफ एक व्यवस्थित युद्ध चलाया जा रहा है।”
चीमा ने यह भी बताया कि ड्रग्स की तस्करी को रोकने के लिए सीमा क्षेत्रों में ड्रोन-रोधी तकनीक लगाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी कोई कड़ा कदम उठाया जाता है, तब भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल के नेता उस पर सवाल उठाते हैं और नशा तस्करों का बचाव करते हैं।
बिश्नोई गैंग और गुजरात जेल से हो रही धमकियां
चीमा ने अबोहर में हाल ही में एक व्यापारी की हत्या का ज़िक्र करते हुए कहा कि इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है, जो गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के नियंत्रण वाली जेल से पूरे देश के व्यापारियों को धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि गुजरात की जेलों से गैंग कैसे देशभर में दहशत फैला सकते हैं?
‘चिट्टा चोर’ और ‘नीला चोर’ ने लूटा पंजाब
चीमा ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, नवजोत सिद्धू और प्रताप बाजवा के पुराने बयानों का हवाला देते हुए कहा कि ये नेता खुद कभी अकाली नेताओं पर ड्रग्स के आरोप लगाते थे। अब वही नेता बिक्रम मजीठिया जैसे नेताओं के समर्थन में खड़े हैं। चीमा ने कहा, “एक था ‘चिट्टा चोर’, दूसरा ‘नीला चोर’, और इन दोनों ने मिलकर पंजाब को लूटा।”
जनता के साथ है आप सरकार
अंत में चीमा ने कहा, “कांग्रेस और भाजपा की साजिशों से हम डरने वाले नहीं हैं। हम पंजाब के लोगों के साथ हैं और हर हाल में नशे और अपराधियों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। सच्चाई और न्याय की इस लड़ाई को कोई नहीं रोक सकता।”
यह बयान पंजाब की राजनीति में हलचल मचा रहा है। आप सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह नशा मुक्त पंजाब के लक्ष्य से पीछे हटने वाली नहीं है, चाहे उसे किसी भी राजनीतिक दबाव का सामना क्यों न करना पड़े।