मोहाली के खरड़ इलाके में रविवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की चंडीगढ़ जोनल यूनिट और पंजाब पुलिस ने मिलकर एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। यह ऑपरेशन खासतौर पर ड्रग्स तस्करी और अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ चलाया गया।
कहां और कैसे चला ऑपरेशन?
टीमों ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और घड़ूआं गांव के आसपास के इलाकों में छापा मारा। इस दौरान करीब 20 फ्लैट्स और PG (पेइंग गेस्ट) accommodations को खंगाला गया। यहां रह रहे अफ्रीकी देशों से आए स्टूडेंट्स और अन्य विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट और वीज़ा की वैधता की जांच की गई।
NCB और पुलिस ने मकान मालिकों से भी बातचीत की और उन्हें अलर्ट किया कि वे किरायेदारों का पूरा वेरिफिकेशन करवाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
क्यों ज़रूरी था ये ऑपरेशन?
मोहाली और खासतौर पर खरड़ इलाका एक एजुकेशन हब बन चुका है, जहां बड़ी संख्या में विदेशी छात्र पढ़ाई करने आते हैं। लेकिन हाल के महीनों में ड्रग्स तस्करी के कई केसों में अफ्रीकी देशों से आए स्टूडेंट्स के नाम सामने आए हैं।
कई स्टूडेंट्स पर वीज़ा एक्सपायर होने के बाद भी रुकने और नशा तस्करी में शामिल होने के आरोप लगे। प्रशासन को आशंका थी कि ये इलाके धीरे-धीरे ड्रग्स और आपराधिक गतिविधियों का अड्डा बनते जा रहे हैं।
ऑपरेशन का रिज़ल्ट क्या रहा?
इस खास तलाशी अभियान में कोई भी विदेशी नागरिक अवैध रूप से ठहरा हुआ नहीं पाया गया। हालांकि, पुलिस और NCB ने साफ कहा है कि यह सिर्फ शुरुआत है और आने वाले समय में ऐसे ऑपरेशन्स और भी चलाए जाएंगे।
NCB और पंजाब पुलिस का कड़ा संदेश
NCB और पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने कहा, “यह ऑपरेशन सिर्फ चेकिंग नहीं है, बल्कि एक सख्त संदेश है कि ड्रग्स तस्करी, अवैध प्रवास और विदेशी आपराधिक नेटवर्क पर अब कड़ा शिकंजा कसा जाएगा। मकान मालिकों और आम लोगों को भी इस मुहिम में शामिल किया जाएगा, ताकि इसे एक जन आंदोलन बनाया जा सके।”
बड़ी तस्वीर क्या है?
- मोहाली और खरड़ में अफ्रीकी देशों के कई स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए आते हैं।
- कुछ स्टूडेंट्स ड्रग्स तस्करी में पकड़े गए, जिससे क्राइम रेट और ड्रग्स की समस्या बढ़ी।
- प्रशासन ने अब तय किया है कि नियमित रूप से तलाशी अभियान और वेरिफिकेशन ड्राइव चलाई जाएगी।
- मकान मालिकों पर जिम्मेदारी डाली गई है कि वे अपने किरायेदारों की पूरी डिटेल पुलिस को दें।
इस ऑपरेशन से साफ हो गया है कि अब ड्रग्स तस्करी और अवैध गतिविधियों को लेकर पंजाब सरकार और सुरक्षा एजेंसियां जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपना रही हैं।