पंजाब पुलिस के पूर्व SSP और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के चीफ रशपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रशपाल सिंह पर आरोप है कि उन्होंने 2017 में अमृतसर के एक शख्स बलविंदर सिंह के खिलाफ झूठा नशे का केस बनाया था, जिसमें उसे 1 किलो हेरोइन रखने के आरोप में फँसाया गया था।
यह पूरा मामला करीब 8 साल पुराना (2017) है, लेकिन जांच और अदालत की कार्यवाही के बाद अब जाकर कार्रवाई हुई है।
क्या था पूरा मामला?
3 अगस्त 2017 को अमृतसर के रहने वाले बलविंदर सिंह को रशपाल सिंह की अगुवाई वाली STF टीम ने पट्टी के सिविल अस्पताल से गिरफ्तार किया था।
उस पर आरोप लगाया गया कि वह 1 किलो हेरोइन लेकर घूम रहा था और पाकिस्तान से ड्रग्स लाने में शामिल था।
लेकिन बाद में जांच में पता चला कि असल में यह ड्रग्स एक व्यक्ति “गुरजंत सिंह उर्फ सोनू” से बरामद हुई थी, पर पुलिस ने केस बलविंदर सिंह पर डाल दिया और गुरजंत सिंह को छोड़ दिया।
यानी STF टीम ने पूरी कहानी गढ़ी और बलविंदर सिंह को झूठे केस में फंसा दिया।
High Court तक पहुँचा मामला
बलविंदर सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई।
नवंबर 2019 में हाई कोर्ट ने इस केस की जांच के लिए डीजीपी (Bureau of Investigation) प्रमोद बान को आदेश दिया।
डीजीपी ने दिसंबर 2020 में कोर्ट में बलविंदर सिंह के कॉल रिकॉर्ड्स, CCTV फुटेज और लोकेशन डेटा जमा किया।
इन सबूतों से यह साफ हुआ कि बलविंदर सिंह के खिलाफ झूठा केस बनाया गया था।
इस पर जनवरी 2021 में हाई कोर्ट ने यह केस CBI को सौंप दिया ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
CBI की जांच में क्या निकला?
CBI की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
CBI ने पाया कि यह पूरा मामला फर्जी था, और STF के कई पुलिस अधिकारी इसमें शामिल थे।
CBI ने पूर्व SSP और STF Chief रशपाल सिंह समेत 10 पुलिस अफसरों के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दायर की।
इन अधिकारियों के नाम हैं –
- AIG रशपाल सिंह
- इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह
- सब-इंस्पेक्टर प्रभावजीत सिंह
- SHO कुलविंदर सिंह, सुरजीत सिंह, कुलबीर सिंह, बेअंत सिंह
- कुलवंत सिंह और कांस्टेबल हीरा सिंह
केस से जुड़ी और जानकारियाँ
जांच के दौरान पुलिस ने दावा किया था कि बलविंदर सिंह के साथी भौर सिंह के खेत से 4 किलो 530 ग्राम हेरोइन, एक पिस्तौल, तीन मैगज़ीन और 56 कारतूस बरामद हुए।
इसके बाद पुलिस ने बलविंदर सिंह, मेजर सिंह और भौर सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी,
लेकिन गुरजंत सिंह, जिसके पास से असली हेरोइन मिली थी, उसका नाम चार्जशीट में नहीं था।
यहीं से पूरी कहानी पर शक और गहराया।
अब हुई गिरफ्तारी
लंबे समय तक चली जांच और अदालत के आदेशों के बाद,
पंजाब पुलिस की हाई-लेवल टीम ने पूर्व SSP और STF चीफ रशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
रशपाल सिंह दो साल पहले रिटायर हो चुके थे, लेकिन अब CBI की रिपोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तारी हुई है।
मामले की टाइमलाइन
| साल | घटना |
| 2017 | STF ने बलविंदर सिंह को 1 किलो हेरोइन के झूठे केस में फँसाया |
| 2019 | हाई कोर्ट ने DGP को जांच के आदेश दिए |
| 2020 | DGP ने कॉल रिकॉर्ड और CCTV सबूत पेश किए |
| 2021 | केस CBI को सौंपा गया |
| 2025 | CBI जांच के बाद पूर्व SSP रशपाल सिंह गिरफ्तार |
यह केस पंजाब पुलिस की इमेज पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
कई सालों तक चली जांच के बाद आखिरकार सच्चाई सामने आई कि एक निरपराध व्यक्ति को झूठे नशे के केस में फंसाया गया था।
अब पुलिस विभाग और अदालत दोनों इस मामले को “फेयर ट्रायल” के तहत आगे बढ़ा रहे हैं।

